बंजारों का झोपड़ा जो अब तक राजस्व गांव घोषित नहीं किया गया इसलिए यहां पर विकास के कार्य नहीं हो रहे हैं।
बंजारों का झोपड़ा जो अब तक राजस्व गांव घोषित नहीं किया गया इसलिए यहां पर विकास के कार्य नहीं हो रहे हैं।
बंजारों का झोपड़ा गांव की अनदेखी।
राजस्व गांव बनने का इंतजार।
शाहपुरा । जिले की ईटमारिया ग्राम पंचायत में 100 घरों की आबादी वाला गांव बंजारों का झोपड़ा जो ग्राम पंचायत मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर है तथा तस्वारिया ग्राम से 1 किलोमीटर दूर है। तस्वारिया ग्राम में स्टेट हाईवे निकल रहा है। बंजारों का झोपड़ा जो अब तक राजस्व गांव घोषित नहीं किया गया इसलिए यहां पर विकास के कार्य नहीं हो रहे हैं। आवागमन के लिए कच्ची सड़क है जिस पर गड्ढे बने हुए हैं तथा बरसात के दिनों में गांव के चारों ओर कच्ची सड़कों और गलियों में पानी भर जाता है। जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। स्टेट हाईवे से 1 किलोमीटर दूर जो कच्ची सड़क है उसमें भी गड्ढे पड़े हुए हैं तथा पानी भरा हुआ रहता है जिससे लोगों को स्टेट हाईवे पर पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है।
स्वच्छ पेय जल नहीं मिलता
पीने के लिए स्वच्छ पानी भी उपलब्ध नहीं है। फ्लोराइड युक्त पानी काम में लिया जा रहा है। एक बोरवेल है जिस पर सोलर प्लेट से मोटर चलती है और पानी टंकी में भरा जाता है। सोलर प्लेट खराब हो चुकी है। जिससे पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है। चंबल का पानी पहुंचा नहीं है।
राजस्व गांव घोषित नहीं
बंजारों के झोपड़ा के लोगों ने जिला कलेक्टर एवं उच्च अधिकारियों को राजस्व गांव घोषित किए जाने की मांग की है लेकिन अब तक राजस्व गांव घोषित नहीं किया गया। जिससे विकास के कार्य रुके हुए पड़े हैं
स्वच्छता में लापरवाही
। स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक भी घर पर शौचालय निर्मित नहीं है लोग खुले में शौच कर रहे हैं। गांव के ही तेजमल बंजारा ने बताया कि ग्राम पंचायत को कई बार इस गांव की समस्या के मामले में अवगत कराया गया है लेकिन एक भी समस्या का समाधान नहीं है।
क्या कहते हैं सरपंच
ईटमारिया सरपंच राधा देवी गाडरी के पति राजू गाडरी ने बताया कि बिलानाम भूमि में बसे हुए इस गांव को आबादी में कन्वर्ट करने के लिए ग्राम पंचायत में प्रस्ताव बना कर राज्य सरकार को भेज रखे हैं। सड़क की समस्या के बारे में बताया कि बंजारा को झोपड़ा गांव में सीसी सड़कों का निर्माण कर रखा है। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी के द्वारा नई पक्की सड़के बनाने का टेंडर जारी किया हुआ था। ठेकेदार ने समय रहते कार्य शुरू नहीं किया। पीडब्लूडी ने नए टेंडर जारी कर दिए थे। लेकिन पूर्व ठेकेदार ने न्यायालय में अपील कर दी है।न्यायालय से जब तक कोई निर्णय नहीं हो जाता हैं तब तक सड़क निर्माण का कार्य रुका रहेगा। बाकी बंजारों का खेड़ा गांव के विकास के लिए ग्राम पंचायत प्रतिबद्ध है तथा पंचायत के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विकास के कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। इस गांव में 52 पीएम आवास स्वीकृत कराए गए हैं। पानी के लिए तीन हैंड पंप लगे हुए हैं। पाइपलाइन बिछा दी गई है।चंबल का पानी भी जल्दी ही यहां के लोगों को उपलब्ध हो जाएगा। पंचायती राज के नियम के अनुसार विकास के कार्यों की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है जिसमें नालियों का निर्माण सीसी सड़कों का निर्माण और किया जाएगा।
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