भील युवाओं की मांग प्रभु भील की गुमशुदगी का पर्दाफास करें । पुलिस की कार्यशैली पर भील समाज के युवाओं का सवाल। रिपोर्ट के 4 माह से अधिक समय बीतने के बाद भी प्रभू भील का पर्दाफाश नहीं। सैकड़ो युवा पहुंचे रायला थाने पर। शांत और मूक प्रदर्शन जारी । पुलिस बच रही है जवाब देने से। प्रभु भील की मां ने हत्या के आशंका जताई थी।
भील युवाओं की मांग प्रभु भील की गुमशुदगी का पर्दा करें ।
पुलिस की कार्यशैली पर भील समाज के युवाओं का सवाल।
रिपोर्ट के 4 माह से अधिक समय बीतने के बाद भी प्रभू भील का पर्दाफाश नहीं।
सैकड़ो युवा पहुंचे रायला थाने पर। शांत और मूक प्रदर्शन जारी ।
पुलिस बच रही है जवाब देने से।
प्रभु भील की मां ने हत्या के आशंका जताई थी।
रायला। रायला थाने में भाली देवी भील पत्नी नारायण भील (46साल) निवास पुवालिया, कालियास तहसील आसींद जिला भीलवाड़ा राजस्थान ने अपने पुत्र प्रभु भील को 9 - 10 महीने पहले डोटा निवासी राजू गुर्जर महाराष्ट्र में बावड़ी पर काम कराने के लिए घर से ले कर गया। उसके बाद राजू गुर्जर ने उसके बेटे प्रभू भील से बात तक नहीं करवाई। और न ही प्रभु ने एक पैसा घर पर भेजा। जिससे उसके बीबी, बच्चे, परिजन परेशान हो रहे हैं। होली पर डोटा आए राजू गुर्जर से परिजनों ने पूंछा तो प्रभु भील के बारे में कुछ भी नहीं बताया। कोई सही जानकारी नहीं दी।न ही प्रभू भील से फोन पर बात हुई।जिससे परेशान हो कर रायला थाने में रिपोर्ट दी थी। पुलिस ने उस रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं की। फिर दुबारा दिनांक 14अप्रैल 2023 को रिपोर्ट दी। जिस पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर तत्कालीन थाना प्रभारी ने जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल गोपाल लाल के जिम्मे कर दी। 4 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। जबकि प्रभु की मां ने हत्या के आशंका जताई थी। पुलिस ने गुणसूदगी का मामला दर्ज कर जांच ठंडे बस्ते में डाल दी।
राखी के त्योंहार पर बहन को भाई की याद सताई और परिजनों से कहा कि मेरा भाई प्रभू कहां है। भाई के राखी बंधेगी तो खाना खायेगी नहीं तो भूखे ही रहेगी। भूखे रहने के प्रण ने भील भाइयों की नींद उड़ा दी। राखी के दिन अब घर वाले उसका पता कहां से बताते। क्योंकि न तो राजू गुजर ने आज तक कुछ बताया। और न ही पुलिस ने कुछ बताया। मां ने हत्या की आशंका जताई थी।ऐसे में बात भील सेना के युवाओं में आग की तरह फैल गई। कई भील समाज के युवा सवेरे 9 बजे से रायला थाने में इकट्ठा होने लग गए। जो रात को भी थाने पर डटे रहे। लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। युवाओं को कोई जवाब नहीं मिलने पर शांत मूक प्रदर्शन करते रहे हैं। जब तक बात मीडिया तक पहुंची तब तक पुलिस भील सेना के संरक्षक शंकर लाल भील से समझाइश कर रही थी। भील सेना संरक्षक, संयोजक शंकर लाल भील ने प्रभु लाल भील की तलाशी में पुलिस द्वारा राजनीतिक प्रभाव में पुलिस के द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि भील समाज की गरीबी और ना समझी का फायदा उठाया। जो हमें कतई बर्दाश्त नहीं है। पुलिस प्रशासन से मांग की है कि प्रभु लाल की गुमशुदगी का रहस्य उद्घाटित करें। वरना भील समाज थाने के भीतर धरना प्रदर्शन करता रहेगा।
भील युवा हटने को तैयार नहीं हुए। रात दिन थाने के बाहर डटे रहे। भील समाज की एकता और मूक प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया । रायला थाना पुलिस ने उच्च अधिकारियों से दिशा निर्देश प्राप्त कर प्रभु भील की तलाश के लिए एक टीम गठित कर महाराष्ट्र के लिए भेज दी गई। थाना अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि श्रीमान एसपी साहब के निर्देश के अनुसार एक जांच टीम प्रभु भील की तलाशी के लिए गठित कर दी गई जो जांच के लिए महाराष्ट्र के लिए निकल चुकी है।
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