) शक्करगढ़ क्षेत्र के भीमपुरा बांध में इन दिनों पानी में रसायन डाल कर अवैध मत्स्य आखेट किया जा रहा है। क्षेत्र में दिन रात दर्जनों लोग मछलियां पकड़ कर बाजार में बेच रहे है।
) शक्करगढ़ क्षेत्र के भीमपुरा बांध में इन दिनों पानी में रसायन डाल कर अवैध मत्स्य आखेट किया जा रहा है। क्षेत्र में दिन रात दर्जनों लोग मछलियां पकड़ कर बाजार में बेच रहे है।
टेंडर खत्म होने से भीमपुरा बांध में अवैध मत्स्य आखेट जारी
पानी में रसायन डालकर निकाली जा रही मछली
जहाजपुर (आज़ाद नेब) शक्करगढ़ क्षेत्र के भीमपुरा बांध में इन दिनों पानी में रसायन डाल कर अवैध मत्स्य आखेट किया जा रहा है। क्षेत्र में दिन रात दर्जनों लोग मछलियां पकड़ कर बाजार में बेच रहे है।
ग्रामीणों ने बताया की बांध के आस पास सैकडो बीघा कृषि भूमि है जहा हमारे पशु चरते हे जो पानी पीने बांध में ही जाते है रात मछलियों के शिकार करने के लिए बांध में रसायन डाल कर पानी दुषित किया जा रहा है उस दुषित पानी को पशु पक्षी पीकर बीमार होने रहे है। बांध के पानी में डालें जा रहे रसायन से मछलियों के अलावा भी कई दूसरे जीव जंतु रसायन के दुष्प्रभाव से मौत के हवाले हो रहे।
गौरतलब है कि इस बांध का मत्स्य आखेट का टेंडर 31 मार्च 2024 को ही खत्म हो गया था ठेकेदार के जाने के बाद कई बाहरी व्यक्तियों सहित आस पास के लोग मत्स्य आखेट कर रहे है बांध में एक अनुमान के अनुसार वर्तमान में 5 से 7 लाख रुपयों की मछली बताई जा रही है जिन्हे बांध से निकाला जा रहा हैं इन मछलियों से सरकार के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
रोटेनोन सेलुलर श्वसन सहित अन्य रसायन को पानी में डालने से ऑक्सीजन की कमी हो जाती है पानी में मछली का दम घुट जाता है यानी घातक रसायन के संपर्क में आने वाली मछलियां सतह पर आ जाती हैं।
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